SSC CGL (Staff Selection Commission Combined Graduate Level) भारत में सबसे प्रतिष्ठित और प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में से एक है। यह परीक्षा विभिन्न सरकारी विभागों में ग्रेजुएट स्तर की नौकरियों के लिए आयोजित की जाती है। SSC CGL Syllabus 2025 को समझना और उसके अनुसार तैयारी करना सफलता की कुंजी है। इस आर्टिकल में, हम आपको SSC CGL Syllabus 2025 and Exam Pattern की पूरी जानकारी देंगे इसके साथ ही एग्जाम पैटर्न, महत्वपूर्ण टॉपिक्स, और तैयारी के टिप्स बताएंगे जो आपके लिए बहुत उपयोगी होंगे।

कर्मचारी चयन आयोग (SSC) द्वारा आयोजित संयुक्त स्नातक स्तर (CGL) परीक्षा चार चरणों (Tiers) में होती है। अगर आप एसएससी सीजीएल की तैयारी कर रहे हैं तो आपको इस परीक्षा के लिए इन चार चरणो की जानकारी होना बहुत आवश्यक है। चार चरणों की जानकारी नीचे दी गई है।
- टियर-1 में बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं, जिसमें *सामान्य बुद्धिमत्ता एवं तर्कशक्ति, सामान्य जागरूकता, मात्रात्मक योग्यता और अंग्रेजी भाषा के 25-25 प्रश्न पूछे जाते हैं।
- टियर-2 में मुख्यतः मात्रात्मक योग्यता और अंग्रेजी भाषा एवं समझ पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं।
- Note* इसके अतिरिक्त कुछ विशेष पदों के लिए सांख्यिकी, सामान्य अध्ययन (वित्त एवं अर्थशास्त्र) का भी पेपर होता है।
- टियर-3 में वर्णनात्मक पेपर (निबंध, पत्र/आवेदन लेखन) होता है, जिसे ऑफलाइन मोड में हिंदी या अंग्रेजी में लिखना होता है।
- टियर-4 में निम्न में से एक पदानुसार कौशल परीक्षा/Typing Test/कंप्यूटर प्रोफिशिएंसी टेस्ट होता है, जो संबंधित पदों के लिए आवश्यक हो। सही रणनीति, नियमित अभ्यास और सिलेबस की गहरी समझ के साथ उम्मीदवार इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
SSC CGL Exam Syllabus 2025 Tier-1-2-3-4 Paper
SSC CGL की परीक्षा में चार चरण (4 Tiers) होते हैं। हर एक चरण का अपना सिलेबस (पाठ्यक्रम) होता हैं। बहुत से छात्र-छात्राओं को यह ही नहीं पता होता कि SSC CGL के Exam में चार चरण (4 Tier) होते हैं, इसलिए छात्र छात्राओं को जानकारी न होने के कारण वे परीक्षा में बेहतर ढंग से प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं। यहां पर आपको SSC CGL Syllabus 2025 Tiers 1-2-3-4 के बारे में विस्तार से बताया गया है। जिसे समझ कर आप SSC CGL के Exam में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
नीचे एसएससी सीजीएल के चार चरणों (4 tiers) के syllabus के बारे में जानकारी दी गई है।
SSC CGL Tier 1 Syllabus 2025
SSC CGL Tier- 1 परीक्षा में निम्नलिखित विषय शामिल हैं:
1. जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग
2. जनरल अवेयरनेस
3. क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड
4. जनरल इंग्लिश
Note: SSC CGL टियर-1 सिलेबस:
SSC CGL टियर-1 परीक्षा में कुल 100 प्रश्न होते हैं, जो 4 विषयों से आते हैं। प्रत्येक सेक्शन से 25 प्रश्न होते हैं और परीक्षा कुल 200 अंकों की होती है।
1. सामान्य बुद्धिमत्ता एवं तर्कशक्ति (General Intelligence and Reasoning)
- वर्गीकरण (Classification)
- कोडिंग-डिकोडिंग (Coding-Decoding)
- सादृश्यता (Analogy)
- वेन आरेख (Venn Diagram)
- दिशा और दूरी (Direction & Distance)
- रक्त संबंध (Blood Relation)
- क्रम और रैंकिंग (Order and Ranking)
- बैठने की व्यवस्था (Seating Arrangement)
- घड़ियां और कैलेंडर (Clock and Calendar)
- श्रृंखला (Series – Alphabetical and Numerical)
- पहेलियां और चित्र आधारित प्रश्न (Puzzle & Figure Based Problems)
2. सामान्य जागरूकता (General Awareness)
- इतिहास (History)
- भूगोल (Geography)
- भारतीय राजनीति (Indian Polity)
- अर्थशास्त्र (Economics)
- सामान्य विज्ञान (General Science)
- पर्यावरण और पारिस्थितिकी (Environment and Ecology)
- करंट अफेयर्स (Current Affairs)
- महत्वपूर्ण योजनाएं और सरकारी नीतियां
3. मात्रात्मक योग्यता (Quantitative Aptitude)
- अंकगणित (Arithmetic)
- संख्या प्रणाली (Number System)
- सरलीकरण (Simplification)
- लाभ और हानि (Profit & Loss)
- प्रतिशत और अनुपात (Percentage & Ratio)
- औसत (Average)
- समय और कार्य (Time & Work)
- समय, दूरी और चाल (Time, Speed & Distance)
- ब्याज (Simple and Compound Interest)
- त्रिकोणमिति (Trigonometry)
- ज्यामिति और क्षेत्रमिति (Geometry & Mensuration)
- डेटा व्याख्या (Data Interpretation)
4. अंग्रेजी भाषा और समझ (English Language and Comprehension)
- वाक्य सुधार (Sentence Correction)
- त्रुटि सुधार (Error Detection)
- रिक्त स्थान भरना (Fill in the Blanks)
- विलोम और पर्यायवाची (Antonyms & Synonyms)
- पैरा जंबल (Para Jumble)
- क्लोज टेस्ट (Cloze Test)
- समझबूझ कर पढ़ना (Reading Comprehension)
- वर्तनी की त्रुटियां (Spelling Errors)
महत्त्वपूर्ण बिंदु:
- प्रश्नों की संख्या: 100 (25-25 प्रत्येक सेक्शन से)
- अंक: 200 अंक (प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का)
- नकारात्मक अंकन: 0.50 अंक प्रति गलत उत्तर
- समय: 1 घंटे (60 मिनट)
SSC CGL Tier 2 Syllabus
Tier 2 में निम्नलिखित सेक्शन होते हैं:
1. क्वांटिटेटिव एबिलिटी
2. इंग्लिश लैंग्वेज एंड कॉम्प्रिहेंशन
3. स्टैटिस्टिक्स
4. जनरल स्टडीज
Note: SSC CGL टियर-2 सिलेबस:
SSC CGL टियर-2 परीक्षा में मुख्यतः 4 पेपर होते हैं, जिनमें से पेपर-1 और पेपर-2 सभी उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य हैं, जबकि पेपर-3 और पेपर-4 कुछ विशेष पदों के लिए आवश्यक होते हैं।
पेपर-1: मात्रात्मक योग्यता (Quantitative Aptitude)
प्रश्न: 100 प्रश्न
अंक: 300 अंक (प्रत्येक प्रश्न 3 अंक का)
नकारात्मक अंकन: 0.50 अंक प्रति गलत उत्तर
सिलेबस:
- सरलीकरण (Simplification)
- संख्या प्रणाली (Number System)
- लाभ और हानि (Profit & Loss)
- प्रतिशत और अनुपात (Percentage & Ratio)
- औसत (Average)
- समय और कार्य (Time & Work)
- समय, दूरी और चाल (Time, Speed & Distance)
- ब्याज (Simple and Compound Interest)
- त्रिकोणमिति (Trigonometry)
- ज्यामिति और क्षेत्रमिति (Geometry & Mensuration)
- डेटा व्याख्या (Data Interpretation)
- बीजगणित (Algebra)
पेपर-2: अंग्रेजी भाषा और समझ (English Language & Comprehension)
प्रश्न: 200 प्रश्न
अंक: 200 अंक (प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का)
नकारात्मक अंकन: 0.25 अंक प्रति गलत उत्तर
सिलेबस:
- वाक्य सुधार (Sentence Correction)
- त्रुटि सुधार (Error Detection)
- रिक्त स्थान भरना (Fill in the Blanks)
- पर्यायवाची और विलोम (Synonyms & Antonyms)
- क्लोज टेस्ट (Cloze Test)
- समझबूझ कर पढ़ना (Reading Comprehension)
- पैरा जंबल (Para Jumble)
- सक्रिय और निष्क्रिय वाक्य (Active & Passive Voice)
- वर्तनी की त्रुटियां (Spelling Errors)
- मुहावरे और वाक्यांश (Idioms & Phrases)
Note: कुछ विशेष पदों के लिए टियर 2 के अंतर्गत पेपर 3 और पेपर 4 होता है।
पेपर-3: सांख्यिकी (Statistics) [कुछ पदों के लिए आवश्यक]
प्रश्न: 100 प्रश्न
अंक: 200 अंक (प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का)
नकारात्मक अंकन: 0.50 अंक प्रति गलत उत्तर
सिलेबस:
- संग्रहण और वर्गीकरण (Collection & Classification of Data)
- संभावना (Probability)
- सांख्यिकीय अनुमान (Statistical Inference)
- समय श्रृंखला विश्लेषण (Time Series Analysis)
- सांख्यिकीय दृष्टिकोण (Statistical Techniques)
पेपर-4: सामान्य अध्ययन (वित्त और अर्थशास्त्र) [कुछ पदों के लिए आवश्यक]
प्रश्न: 100 प्रश्न
अंक: 200 अंक (प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का)
नकारात्मक अंकन: 0.50 अंक प्रति गलत उत्तर
सिलेबस:
भाग A: वित्तीय लेखा (Financial Accounting) और मौलिक सिद्धांत
भाग B: अर्थशास्त्र और शासन (Economics & Governance)
- मांग और आपूर्ति (Demand & Supply)
- उत्पादन और लागत (Production & Cost)
- भारतीय अर्थव्यवस्था का विकास (Indian Economy Development)
- बजट और मौद्रिक नीति (Budget & Monetary Policy)
- वित्त आयोग (Finance Commission)
🎯 महत्वपूर्ण बिंदु:
- टियर-2 में कुल 4 पेपर होते हैं।
- पेपर-1 और पेपर-2 सभी उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य हैं।
- पेपर-3 और पेपर-4 कुछ विशिष्ट पदों के लिए आवश्यक हैं।
- समय: प्रत्येक पेपर के लिए 2 घंटे का समय दिया जाता है।
- नेगेटिव मार्किंग: गणित और सांख्यिकी में 0.50 अंक, अंग्रेजी में 0.25 अंक प्रति गलत उत्तर।
SSC CGL Tier 3 Syllabus
Tier 3 एक डिस्क्रिप्टिव पेपर है जिसमें निम्नलिखित शामिल हैं:
1. इंग्लिश/हिंदी में निबंध लेखन।
2. प्रेस रिलीज/लेटर लेखन।
📚 SSC CGL Tier 3 सिलेबस
✅ परीक्षा का प्रकार: वर्णनात्मक (Descriptive Paper)
✅ माध्यम: हिंदी या अंग्रेजी (उम्मीदवार द्वारा चयनित भाषा)
✅ समय: 1 घंटे
✅ अंक: 100
✅ उत्तीर्ण अंक: सामान्यतः 33%
- SSC CGL Tier 3 में नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान:
- SSC CGL Tier 3 में कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होती।
- ✅ चूंकि यह एक वर्णनात्मक परीक्षा (Descriptive Paper) है, जिसमें निबंध, पत्र/आवेदन और संक्षेपण लेखन शामिल है, इसलिए गलत उत्तर के लिए अंक नहीं काटे जाते।
✍️ Tier 3 में पूछे जाने वाले विषय:
- निबंध लेखन (Essay Writing)
- विषय सामान्यतः निम्नलिखित से संबंधित होते हैं:
- समसामयिक घटनाएं (राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय)
- सामाजिक-आर्थिक मुद्दे
- राजनीतिक परिदृश्य
- पर्यावरणीय मुद्दे
- तकनीकी विकास
- सरकारी योजनाएं और नीतियां
- विषय सामान्यतः निम्नलिखित से संबंधित होते हैं:
- पत्र/आवेदन लेखन (Letter/Application Writing)
- पत्र के प्रकार:
- औपचारिक पत्र: किसी अधिकारी, संपादक या सरकारी संस्थान को पत्र
- अनौपचारिक पत्र: मित्रों या परिवार को पत्र
- आवेदन: अवकाश हेतु, शिकायत पत्र, अनुरोध पत्र आदि
- पत्र के प्रकार:
- संक्षेपण लेखन (Precis Writing)
- दिए गए गद्यांश का सारांश लिखना।
- शब्द सीमा के अंतर्गत मुख्य बिंदुओं को लिखना होता है।
📖 तैयारी के लिए सुझाव:
SSC CGL Tier 4 की तैयारी करने के लिए कुछ महत्त्वपूर्ण सुझाव जो आपको तैयारी करने में सहायक होंगे।
- समसामयिक मुद्दों पर निबंध लिखने का अभ्यास करें।
- औपचारिक और अनौपचारिक पत्र के प्रारूप को समझें।
- व्याकरण और शब्दावली में सुधार करें।
- समय प्रबंधन का अभ्यास करें ताकि 1 घंटे में सभी कार्य पूरे हो सकें।
SSC CGL Tier 4 Syllabus
📚 SSC CGL Tier 4 सिलेबस
Tier 4 चरण में दो प्रकार की परीक्षाएं होती हैं। Tier 4 में कंप्यूटर प्रोफिशिएंसी टेस्ट (CPT) और डाटा एंट्री स्किल टेस्ट (DEST) शामिल हैं।
✅ 1. कंप्यूटर प्रोफिसिएंसी टेस्ट (CPT)
✅ 2. डेटा एंट्री स्किल टेस्ट (DEST)
🖥️ 1. कंप्यूटर प्रोफिसिएंसी टेस्ट (CPT)
यह परीक्षा कुछ पदों के लिए अनिवार्य होती है:
- सहायक अनुभाग अधिकारी (ASO) – CSS
- सहायक अनुभाग अधिकारी – MEA
- सहायक (GSI) – MEA
- Inspector (Central Excise/Preventive Officer/Examiner) – CBIC
✍️ CPT के मुख्य घटक:
- माइक्रोसॉफ्ट वर्ड (Microsoft Word)
- एक दस्तावेज़ टाइप करना और सही प्रारूप में प्रस्तुत करना।
- वर्तनी और व्याकरण की जांच।
- माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल (Microsoft Excel)
- स्प्रेडशीट तैयार करना।
- सूत्रों और टेबल का उपयोग करके डेटा विश्लेषण।
- माइक्रोसॉफ्ट पावरपॉइंट (Microsoft PowerPoint)
- स्लाइड्स बनाना और प्रस्तुत करना।
- डेटा विज़ुअलाइजेशन और टेक्स्ट/ग्राफिक्स का समावेश।
✅ समय: लगभग 45 मिनट (प्रत्येक भाग के लिए अलग-अलग समय दिया जाता है)
✅ योग्यता: CPT में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है लेकिन इसके अंक मेरिट में नहीं जोड़े जाते।
⌨️ 2. डेटा एंट्री स्किल टेस्ट (DEST)
यह परीक्षा Tax Assistant (CBDT/CBIC) पद के लिए आवश्यक होती है।
✍️ DEST का प्रारूप:
- अभ्यर्थियों को अंग्रेजी में 2000 की-डिप्रेशन्स (Key Depressions) टाइप करनी होती हैं।
- समय: 15 मिनट
- गति: लगभग 35 शब्द प्रति मिनट (wpm) की गति की आवश्यकता होती है।
✅ DEST में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है, लेकिन इसके अंक मेरिट सूची में नहीं जोड़े जाते।
⚠️ महत्वपूर्ण बातें:
- CPT और DEST दोनों में योग्यता प्राप्त करना अनिवार्य है।
- CPT केवल उन पदों के लिए आवश्यक है जहां कंप्यूटर का ज्ञान आवश्यक है।
- DEST मुख्य रूप से Tax Assistant पद के लिए होता है।
SSC CGL Exam Pattern 2025
SSC CGL परीक्षा पैटर्न:
SSC CGL (संयुक्त स्नातक स्तर) परीक्षा चार चरणों (टियर) में आयोजित होती है। टियर-1 में बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं, जिनमें गणित, तर्कशक्ति, सामान्य जागरूकता और अंग्रेजी भाषा से 25-25 प्रश्न पूछे जाते हैं। कुल 100 प्रश्न होते हैं, प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का होता है, और 0.50 अंक की नकारात्मक अंकन होती है। टियर-2 में मुख्य रूप से गणित और अंग्रेजी के 2 अनिवार्य पेपर होते हैं। गणित में 100 प्रश्न होते हैं, प्रत्येक 3 अंक का (कुल 300 अंक) और अंग्रेजी में 200 प्रश्न होते हैं, प्रत्येक 1 अंक का (कुल 200 अंक)। इसके अलावा, सांख्यिकी और सामान्य अध्ययन (वित्त और अर्थशास्त्र) के पेपर कुछ पदों के लिए आवश्यक होते हैं। टियर-3 में वर्णनात्मक पेपर होता है, जिसमें निबंध, पत्र या आवेदन लिखना होता है, यह 100 अंकों का होता है। टियर-4 में कौशल परीक्षा/कंप्यूटर प्रोफिशिएंसी टेस्ट आयोजित किया जाता है, जो पद के अनुसार अनिवार्य होता है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- टियर-1:
- प्रश्न: 100 (25-25 प्रत्येक सेक्शन से)
- अंक: 200 (प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का)
- नकारात्मक अंकन: 0.50 अंक प्रति गलत उत्तर
- टियर-2:
- गणित: 100 प्रश्न, 300 अंक (प्रत्येक प्रश्न 3 अंक का)
- अंग्रेजी: 200 प्रश्न, 200 अंक (प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का)
- सांख्यिकी और सामान्य अध्ययन: कुछ पदों के लिए आवश्यक, 200 अंक के पेपर
- नकारात्मक अंकन: गणित और सांख्यिकी में 0.50 अंक, अंग्रेजी में 0.25 अंक प्रति गलत उत्तर
- टियर-3:
- प्रश्न: वर्णनात्मक पेपर (निबंध, पत्र/आवेदन)
- अंक: 100 (समय सीमा: 1 घंटा)
- टियर-4:
- प्रश्न: कौशल परीक्षा/कंप्यूटर प्रोफिशिएंसी टेस्ट
- अंक: पद के अनुसार स्किल टेस्ट आवश्यक।
SSC CGL Syllabus 2025 Download pdf
📥 1. SSC की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड करें
✅ चरण 1: SSC की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
✅ चरण 2: “Candidate’s Corner” या “Latest Notifications” सेक्शन में जाएं।
✅ चरण 3: “Examination Calendar” या “Syllabus” लिंक पर क्लिक करें।
✅ चरण 4: SSC CGL से संबंधित अधिसूचना या सिलेबस की PDF को डाउनलोड करें।
SSC CGL Syllabus के अनुसार तैयारी कैसे करें?
SSC CGL परीक्षा की तैयारी कैसे करें:
SSC CGL परीक्षा में सफलता के लिए सही रणनीति, निरंतर अभ्यास और सिलेबस की गहरी समझ आवश्यक है। सबसे पहले सिलेबस और परीक्षा पैटर्न को अच्छी तरह समझें। मॉक टेस्ट और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करके अपनी कमजोरियों को पहचानें। गणित और रीजनिंग में तेजी लाने के लिए शॉर्टकट ट्रिक्स सीखें। सामान्य ज्ञान के लिए नियमित रूप से समाचार पत्र पढ़ें और करंट अफेयर्स पर ध्यान दें। अंग्रेजी भाषा और व्याकरण को मजबूत करने के लिए अंग्रेजी पढ़ने और शब्दावली बढ़ाने पर जोर दें।
🎯 तैयारी के लिए महत्वपूर्ण बिंदु:
- सिलेबस और पैटर्न की गहन समझ रखें:
SSC CGL चार टियर में आयोजित होता है। टियर-1 में बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं, जबकि टियर-2 में गणित और अंग्रेजी पर गहरा फोकस होता है। टियर-3 में वर्णनात्मक पेपर और टियर-4 में स्किल टेस्ट होता है। सिलेबस और पैटर्न को अच्छी तरह समझने से तैयारी का सही रोडमैप तैयार होता है। - डेली मॉक टेस्ट दें और समय प्रबंधन सीखें:
मॉक टेस्ट से वास्तविक परीक्षा का अनुभव मिलता है। इससे प्रश्नों को हल करने की गति और सटीकता बढ़ती है। समय प्रबंधन सीखने के लिए नियमित रूप से मॉक टेस्ट दे और मॉक टेस्ट में होने वाली गलतियों से सीखे। - कमजोर विषयों पर विशेष ध्यान दें:
जिन विषयों में आप कमजोर हैं, उन्हें पहचानकर उन पर अधिक समय दें। उदाहरण के लिए, अगर गणित कमजोर है तो शॉर्टकट ट्रिक्स सीखें और अधिक अभ्यास करें। या अन्य किसी विषय में कमजोर है तो उस विषय पर अधिक ध्यान दे। - करंट अफेयर्स और सामान्य ज्ञान की तैयारी जारी रखें:
सामान्य जागरूकता और करंट अफेयर्स में बेहतर प्रदर्शन के लिए रोज़ समाचार पत्र पढ़ें और महत्वपूर्ण घटनाओं को नोट करें। पिछले 6-8 महीने के करंट अफेयर्स पर विशेष ध्यान दें। - टियर-3 के लिए लेखन अभ्यास करें:
टियर-3 में निबंध, पत्र और आवेदन लिखना होता है। बेहतर अंक के लिए रोज़ाना हिंदी या अंग्रेजी में लेखन का अभ्यास करें। इससे लेखन कौशल में सुधार होगा और परीक्षा में आत्मविश्वास बढ़ेगा।
- Notes:
- टाइम टेबल बनाएं: हर विषय के लिए समय निर्धारित करें।
- मॉक टेस्ट दें: नियमित रूप से प्रैक्टिस करें।
- कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान दें: अपनी गलतियों से सीखें।
SSC CGL Syllabus और मार्किंग स्कीम
SSC CGL Syllabus और Marking स्कीम:
SSC CGL परीक्षा चार टियर में आयोजित होती है। टियर-1 में 4 सेक्शन (गणित, अंग्रेजी, तर्कशक्ति और सामान्य जागरूकता) से 25-25 प्रश्न होते हैं, प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का होता है और 0.50 अंक की नकारात्मक अंकन (Negative Marking) होती है। टियर-2 में गणित और अंग्रेजी के पेपर के अलावा सांख्यिकी और सामान्य अध्ययन के लिए भी पेपर होते हैं। इसमें प्रश्नों के लिए 1 अंक और 0.25 अंक की नकारात्मक अंकन होती है। टियर-3 में वर्णनात्मक पेपर होता है, जिसमें निबंध, पत्र या आवेदन लिखना होता है। टियर-4 में कौशल परीक्षा/कंप्यूटर प्रोफिशिएंसी टेस्ट लिया जाता है।
Important Points:
- टियर-1: टियर 1 में 100 प्रश्न पूछे जाते हैं जो 200 अंक के होते है। हर एक गलत उत्तर के लिए 0.50 की नेगेटिव मार्किंग होती हैं।
- टियर-2: गणित, अंग्रेजी, सांख्यिकी और सामान्य अध्ययन (विभिन्न पदों के लिए आवश्यक)।
- टियर-3: वर्णनात्मक पेपर (100 अंक), निबंध और पत्र/आवेदन लेखन।
- टियर-4: कौशल परीक्षा/कंप्यूटर प्रोफिशिएंसी टेस्ट (पद अनुसार)।
SSC CGL Syllabus के अनुसार मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस सेशन
जो भी छात्र छात्राएं SSC CGL Exam की तैयारी कर रहे हैं, उनको SSC CGL परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस सेशन अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। यह न केवल परीक्षा के प्रारूप को समझने में मदद करते हैं, बल्कि समय प्रबंधन और सटीकता में भी सुधार करते हैं। नियमित मॉक टेस्ट देने से उम्मीदवार अपनी कमजोरी और ताकत को पहचान सकते हैं, जिससे सुधार के लिए रणनीति बनाई जा सकती है। इससे छात्रों में आत्मविश्वास भी बढ़ता है। इसके साथ ही, पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने से परीक्षा के ट्रेंड और महत्वपूर्ण विषयों की पहचान होती है। इसके साथ ही, छात्रों को अपने कमजोर विषय या टॉपिक के बारे पता चल जाता है। टॉपिक-वाइज प्रैक्टिस सेशन से उम्मीदवार कठिन विषयों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर पाते हैं, जिससे उनका प्रदर्शन बेहतर होता है। नियमित रूप से मॉक टेस्ट देने से छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ता है और वे परीक्षा के वास्तविक माहौल के लिए तैयार हो जाते हैं।
मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस सेशन के फायदे:
- परीक्षा पैटर्न की समझ: प्रश्नों की संरचना, समय सीमा और कठिनाई स्तर को समझने में सहायता मिलती है।
- समय प्रबंधन में सुधार: सीमित समय में प्रश्न हल करने की क्षमता बढ़ती है।
- कमजोर विषयों की पहचान: प्रैक्टिस टेस्ट से उम्मीदवार अपनी कमजोरियों को पहचानकर सुधार कर सकते हैं।
- सटीकता और गति: लगातार अभ्यास से प्रश्नों को तेज और सही तरीके से हल करने की आदत बनती है।
SSC CGL Syllabus 2025: अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q.1 SSC CGL Syllabus 2025 में क्या बदलाव हुए हैं?
Ans.1: अभी तक कोई बदलाव नहीं हुआ है। आधिकारिक अपडेट के लिए SSC की वेबसाइट चेक करें।
Q2. SSC CGL Tier 1 और Tier 2 में क्या अंतर है?
Ans. 2: Tier 1 प्रारंभिक परीक्षा है, जबकि Tier 2 मुख्य परीक्षा है।
Q3. SSC CGL Syllabus की तैयारी के लिए कितना समय चाहिए?
Ans. 3: कम से कम 6-8 महीने की तैयारी जरूरी है। जो भी छात्र छात्राएं ईमानदारी 7-8 महीने SSC CGL की तैयारी करते हैं तो निश्चित तौर पर वे एग्जाम को क्रैक (परीक्षा में सफल) कर सकते हैं।
निष्कर्ष
SSC CGL Syllabus 2025 को समझना और उसके अनुसार तैयारी करना सफलता की कुंजी है। इस आर्टिकल में दी गई जानकारी और टिप्स का उपयोग करके आप अपनी तैयारी को और बेहतर बना सकते हैं। शुभकामनाएँ! 🚀
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